पंजाब इस समय भयंकर बाढ़ की मार झेल रहा है। फसलों से लेकर घरों तक, हर जगह नुकसान हुआ है और लोगों की ज़िंदगी प्रभावित हुई है। ऐसे मुश्किल समय में मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में पंजाब सरकार ने एक नया अभियान शुरू किया है – ‘मिशन चढ़दीकला’।
यह मिशन सिर्फ राहत देने तक सीमित नहीं है, बल्कि बाढ़ प्रभावित इलाकों के पुनर्वास, पुनर्निर्माण और विकास को तेजी से आगे बढ़ाने का प्रयास है। इसका मकसद राज्य के लोगों और विदेश में बसे पंजाबी समुदाय (NRI) को एकजुट करना है ताकि वे अपने योगदान से पंजाब को फिर से मजबूत, सुरक्षित और खुशहाल बना सकें।
कैसे काम करता है मिशन चढ़दीकला
इस मिशन के तहत जो भी योगदान आता है, वह सीधे ‘रंगला पंजाब विकास फंड’ में जमा होता है। इस फंड को किसी भी सरकारी बजट की मदद नहीं मिलेगी और यह पूरी तरह स्वैच्छिक योगदान पर आधारित होगा।
पारदर्शिता बनाए रखने के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक मॉनिटरिंग कमिटी बनाई गई है, जिसमें वित्त और योजना विभाग के सदस्य भी शामिल हैं। फंड में जमा हर पैसे का पूरा हिसाब समय-समय पर सोसाइटी की वेबसाइट पर उपलब्ध कराया जाएगा।
इसके अलावा, एनआरआई का योगदान FCRA से छूट के तहत आएगा और कॉर्पोरेट योगदान CSR खर्च माना जाएगा, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस अभियान में शामिल हो सकें।
शुरुआत में ही जबरदस्त समर्थन
मिशन की शुरुआत के पहले 24 घंटों में ही 1000 से ज्यादा लोगों ने योगदान दिया, जिसमें कई NRI भी शामिल हैं।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद डॉ. विक्रमजीत सिंह साहनी ने ₹1 करोड़ का बड़ा योगदान दिया। राहत और पुनर्निर्माण कार्यों के लिए 50 ट्रैक्टर और 10 JCB मशीनें भी उपलब्ध कराई गई हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पहले 1000 दानियों का धन्यवाद किया और पंजाबियों व NRI समुदाय से अपील की कि वे इस पुण्य कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। उन्होंने कहा,
“बाढ़ की मार से प्रभावित पंजाब को मजबूत और सुरक्षित बनाने में आपका योगदान बहुत अहम है।”
मिशन चढ़दीकला का महत्व
‘मिशन चढ़दीकला’ केवल एक राहत अभियान नहीं है। यह पंजाब की मेहनत, हिम्मत और एकजुटता का प्रतीक बन गया है। संकट के समय भी यह दिखाता है कि मान सरकार जनता के साथ खड़ी है और हर कदम पर पंजाब को फिर से मजबूत बनाने का संकल्प रखती है।
इस पहल के जरिए सरकार ने यह भी संदेश दिया है कि संकट में मिलकर काम करना और पारदर्शिता रखना सबसे बड़ा क़दम है।