लुधियाना में इस बार भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच का जोश ठंडा पड़ गया है। एशिया कप टी-20 का बड़ा मुकाबला रविवार रात 8 बजे दुबई में खेला जाएगा। आमतौर पर जब भी भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच होता है, शहर में अलग ही माहौल देखने को मिलता था — बड़ी-बड़ी डिजिटल स्क्रीन लगाई जाती थीं, पब और बार खचाखच भरे रहते थे, और ढाबों-होटलों में खास ऑफर्स चलते थे।
लेकिन इस बार तस्वीर पूरी तरह बदल गई है। लोगों का उत्साह काफी कम दिखाई दे रहा है। वजह है पाकिस्तान के खिलाफ लोगों में गुस्सा और नाराजगी, जो हाल की घटनाओं के बाद और बढ़ गया है।
पहलगाम में आतंकी हमला – गुस्से की असली वजह
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक बर्बर आतंकी हमला हुआ था। आतंकियों ने यात्रियों से उनका धर्म पूछकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। इस निर्दयी हमले में 26 लोगों की शहादत हुई।
इसके बाद भारतीय सेना ने “ऑपरेशन सिंदूर” चलाकर आतंकियों और उनके मददगारों को करारा जवाब दिया। इस ऑपरेशन में कई आतंकियों को ढेर किया गया और पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया गया।
हालांकि, इस घटना ने लोगों के दिलों में पाकिस्तान के खिलाफ गहरा गुस्सा और दर्द छोड़ दिया। यही कारण है कि आज भी लोग पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रवैया अपनाए हुए हैं।
किप्स मार्केट में नहीं लगेगी बड़ी स्क्रीन
लुधियाना के किप्स मार्केट में हर बार भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान 50×20 फीट की सबसे बड़ी डिजिटल स्क्रीन लगाई जाती थी। यह जगह क्रिकेट फैंस के लिए खास आकर्षण का केंद्र होती थी, जहां सैकड़ों लोग इकट्ठा होकर मैच का मजा लेते थे।
लेकिन इस बार सराभा नगर ट्रेडर्स एसोसिएशन ने साफ कर दिया है कि कोई बड़ी स्क्रीन नहीं लगाई जाएगी।
एसोसिएशन के सचिव दविंदर सिंह ने बताया,
“जब भी भारत का किसी टीम से मैच होता है, हम स्क्रीन लगाते हैं। लेकिन इस बार पाकिस्तान के खिलाफ गुस्से के कारण स्क्रीन नहीं लगाई जाएगी। अगर सेमीफाइनल या फाइनल में भारत का मुकाबला किसी और देश से होगा, तो स्क्रीन जरूर लगाई जाएगी। लेकिन अगर पाकिस्तान से मैच हुआ, तो स्क्रीन नहीं लगाएंगे।”
पब-बार और ढाबों का फीका माहौल
हर साल भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान लुधियाना के पब, बार, ढाबे और होटल्स खास ऑफर देते थे। मैच देखने के लिए लोग पहले से ही बुकिंग कराते थे। लेकिन इस बार ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा।
- पब और बार सिर्फ रूटीन तरीके से ही चलेंगे।
- ढाबों और होटलों में कोई खास डिस्काउंट या ऑफर नहीं दिया जाएगा।
- मैच देखने के लिए भीड़ जुटने की संभावना बहुत कम है।
मतलब, इस बार क्रिकेट फैंस के ठिकाने खाली नजर आएंगे।
लोगों की सोच – देश पहले, क्रिकेट बाद में
पहलगाम हमले के बाद शहर के लोग मानते हैं कि देश और शहीदों का सम्मान सबसे पहले है।
कई लोगों का कहना है कि पाकिस्तान के साथ मैच देखकर मनोरंजन करने का समय नहीं है, जब देश के जवान शहीद हुए हैं।
एक क्रिकेट फैन ने कहा,
“हम आमतौर पर भारत-पाक मैच का बेसब्री से इंतजार करते हैं। लेकिन इस बार दिल नहीं कर रहा देखने का। पहले पाकिस्तान को सबक सिखाना जरूरी है।”
लुधियाना में इस बार भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर उत्साह की जगह गुस्सा और शोक है।
न बड़ी स्क्रीन, न ऑफर्स, न भीड़ — सब कुछ रूटीन रहेगा।
शहर के लोगों ने यह संदेश साफ कर दिया है कि जब बात पाकिस्तान की हो, तो क्रिकेट से ज्यादा जरूरी देश का सम्मान और सुरक्षा है।
रविवार का यह मैच भले ही टीवी पर घरों में देखा जाएगा, लेकिन लुधियाना की गलियों में इस बार न जयकारे गूंजेंगे और न ही जश्न का माहौल होगा।