पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 24 सितंबर को पंजाब कैबिनेट की एक अहम बैठक बुलाई है। यह बैठक मुख्यमंत्री आवास, चंडीगढ़ में दोपहर 12 बजे आयोजित होगी, जिसकी अध्यक्षता खुद सीएम मान करेंगे। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि यह बैठक विधानसभा सत्र से पहले बेहद महत्वपूर्ण फैसले ले सकती है।
बैठक में क्या हो सकता है एजेंडा
हालांकि बैठक का आधिकारिक एजेंडा अभी जारी नहीं हुआ है, लेकिन सूत्रों के अनुसार इस बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा और निर्णय लिए जा सकते हैं। खासकर राज्य में हाल ही में आई बाढ़ की चुनौतियों को देखते हुए राहत और पुनर्वास के लिए नई योजनाएं पेश की जा सकती हैं।
- बाढ़ प्रभावितों को राहत
- बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए नियमों में संशोधन किया जाएगा।
- किसानों को प्रति एकड़ ₹20,000 का मुआवजा मिलेगा।
- बाढ़ में जान गंवाने वालों के परिवारों को ₹4,00,000 का मुआवजा दिया जाएगा।
- क्षतिग्रस्त मकानों और बाढ़ में बह गए पशुओं का सर्वे करने के बाद मुआवजा वितरित किया जाएगा।
- कानून और नीतियां
- कैबिनेट में “जिसका खेत, उसकी रेत” नामक एक अहम कानून पर भी चर्चा हो सकती है। इसका मकसद है अवैध रेत खनन पर रोक लगाना और किसानों के अधिकार सुरक्षित करना।
- इसके अलावा राज्य की वित्तीय नीतियों, कृषि सुधार और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए राहत पैकेज पर भी विचार किया जाएगा।
विधानसभा का विशेष सत्र
पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र 26 से 29 सितंबर तक बुलाया गया है। इस सत्र का मुख्य उद्देश्य बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए नए कानून और नियम मंजूर करना है।
- यह वही सत्र है जो 15 जुलाई को स्थगित हो गया था।
- सीएम मान का कहना है कि यह सत्र इसलिए बुलाया गया है ताकि बाढ़ प्रभावितों और किसानों के पक्ष में अहम फैसले लिए जा सकें।
लोगों की उम्मीदें
- बाढ़ प्रभावित इलाकों में जल्द राहत मिले।
- किसानों और उद्योगों को मजबूती देने वाली नई नीतियां आएं।
- सरकार के फैसले सीधे जनता के लिए फायदेमंद हों।
संक्षेप में
मुद्दा | विवरण |
कैबिनेट बैठक | 24 सितंबर, दोपहर 12 बजे, मुख्यमंत्री आवास, चंडीगढ़ |
विधानसभा सत्र | 26 से 29 सितंबर |
मुख्य फोकस | बाढ़ राहत, अवैध खनन पर रोक, कृषि सुधार, वित्तीय नीतियां |
मुआवजा | किसान: ₹20,000/एकड़, मृतक परिजन: ₹4,00,000 |
नया कानून | “जिसका खेत, उसकी रेत” — अवैध खनन रोकने के लिए |
पंजाब की जनता की निगाहें अब 24 सितंबर को होने वाली इस कैबिनेट बैठक पर टिकी हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद राज्य में बड़े और महत्वपूर्ण फैसले सामने आएंगे, जो सीधे आम लोगों और किसानों के लिए फायदेमंद होंगे।