पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार ने रोजगार के क्षेत्र में एक बड़ा काम किया है। 16 मार्च 2022 से अब तक सरकार ने 5 लाख से ज़्यादा नए रोजगार के मौके बनाए हैं। इसमें सरकारी नौकरियाँ और निजी कंपनियों में मिलने वाले काम दोनों शामिल हैं। खास बात यह है कि ये नौकरियाँ सिफारिश या रिश्वत पर नहीं, बल्कि काबिलियत के आधार पर दी जा रही हैं।
सरकारी नौकरियाँ – पारदर्शिता और भरोसा
सरकार ने जून 2025 तक 54,422 सरकारी नौकरियाँ दी हैं। ये नौकरियाँ 40 विभागों में दी गई हैं, जिनमें सबसे ज़्यादा शिक्षा और पुलिस विभाग में हैं।
- सरकार ने पहले 9,000 अस्थायी कर्मचारियों को पक्का किया।
- भर्ती पूरी तरह से ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ हुई – न कोई रिश्वत, न कोई सिफारिश।
- सभी चयन PPSC और PSSSB के ज़रिए हुए।
- दिसंबर 2024 तक कुल 50,000 सरकारी नौकरियाँ दी जा चुकी थीं।
इन नई भर्तियों के चलते स्कूलों में नए टीचर और अस्पतालों में नए डॉक्टर आए हैं। इससे आम जनता को बेहतर सेवाएँ मिल रही हैं।
प्राइवेट सेक्टर में रोजगार – निवेश और अवसर
सरकार ने निजी कंपनियों को पंजाब में निवेश करने के लिए आकर्षित किया।
- ₹1.25 लाख करोड़ से ज़्यादा निवेश आया।
- इससे 5 लाख नई नौकरियाँ पैदा हुई हैं।
- निवेश मुख्य रूप से ऑटो पार्ट्स, फूड प्रॉसेसिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में हुआ।
- बड़ी कंपनियाँ जैसे इंफोसिस और हल्दीराम पंजाब में आ रही हैं।
सरकार ने व्यापार शुरू करना आसान किया है, ताकि हर कोई आसानी से अपना काम शुरू कर सके। अक्टूबर 2025 में आए नए कानून से और 25,000 नौकरियाँ जल्द मिलेंगी।
‘घर घर रोज़गार ते कारोबार मिशन’ – युवाओं का साथी
इस मिशन के ज़रिए रोजगार देने में बहुत मदद मिली है।
- com पोर्टल पर 8 लाख से ज़्यादा नौकरी चाहने वाले और 4,500 कंपनियाँ जुड़ी हैं।
- पोर्टल पर सिर्फ नौकरी नहीं, बल्कि training और entrepreneurship support भी मिलता है।
- बड़े रोजगार मेलों में लाखों नौकरियाँ दी गई हैं, जैसे हाल ही में 90,000 नौकरियाँ एक ही मेले में दी गई।
- ट्रेनिंग लेने वालों को ₹2,500 महीना भत्ता भी दिया जाता है।
युवाओं को career guidance दी जाती है ताकि वे अपने काम में बेहतर कर सकें।
बेरोज़गारी दर में कमी
सरकार की इस पहल से बेरोज़गारी में भी कमी आई है।
- मार्च 2023:89%
- जुलाई 2025:5%
- गाँवों में:8%
- शहरों में:2%
अब युवा बाहर नौकरी के लिए नहीं जा रहे हैं, और परिवार खुशहाल हो रहे हैं।
महिलाओं और ग्रामीण युवाओं पर ध्यान
सरकार ने खासतौर पर युवाओं, महिलाओं और गाँव के लोगों के लिए पहल की है।
- 1,149 स्वरोज़गार कैंप आयोजित किए गए, 1.64 लाख लोगों को मदद मिली।
- किसान बेटियों को खेती से जुड़े व्यापार में training दी जा रही है।
- गाँव के लड़कों को computer training दी जा रही है।
- महिलाओं को शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में रोजगार मिल रहा है।
गाँवों के पास फैक्ट्रियाँ आने से लोगों को शहर नहीं जाना पड़ता और सामाजिक बुराइयों जैसे नशा भी कम हुआ है।
चुनौतियाँ और आलोचना
सरकार को शुरुआत में ₹3 लाख करोड़ के कर्ज जैसी चुनौती का सामना करना पड़ा।
विपक्ष (कांग्रेस और अकाली दल) ने आरोप लगाया कि सरकार वादे पूरे नहीं कर रही।
लेकिन सरकार ने प्राइवेट कंपनियों को निवेश के लिए बुलाना शुरू किया और हालिया रोजगार मेले ने साबित किया कि नौकरियाँ असली हैं।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री भगवंत मान कहते हैं – “सिफारिश नहीं, काबिलियत” अब पंजाब का नया मंत्र है।
- जो भी युवा नौकरी चाहता है, वह com या pbemployment.punjab.gov.in पर आवेदन कर सकता है।
- यह सिर्फ नौकरी देने का अभियान नहीं, बल्कि एक मज़बूत पंजाब बनाने का मिशन है।
कुल उपलब्धियां (2022–2025)
| श्रेणी | नौकरियों की संख्या |
| सरकारी | 54,422 |
| निजी | 4,50,000 |
| कुल | 5,04,422 |
पंजाब सरकार की यह पहल साबित करती है कि सरकारी नीतियाँ सही दिशा में हों और ईमानदारी से लागू हों तो बेरोज़गारी कम की जा सकती है और आम जनता खुशहाल बन सकती है।
