मान सरकार की पहल से पंजाब बना ग्लोबल इन्वेस्टमेंट हब, ₹3,000 करोड़ के बड़े निवेश के साथ फ़ूड, मैन्युफैक्चरिंग और ऑटो सेक्टर में बढ़ा अंतरराष्ट्रीय भरोसा

पंजाब अब सिर्फ खेती तक सीमित नहीं, बल्कि वैश्विक निवेश का नया केंद्र बनकर उभरा है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में राज्य न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय निवेशकों का भरोसा जीत रहा है, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार और उद्योगों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोल रहा है। जापान, अमेरिका, जर्मनी, नीदरलैंड्स और यूके जैसी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की दिग्गज कंपनियाँ अब पंजाब को निवेश का भरोसेमंद ठिकाना मान रही हैं। मार्च 2022 से अब तक ₹1.23 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव और 4.7 लाख से अधिक नौकरियों ने पंजाब को ‘नए भारत’ के फ्रंट रनर राज्यों में शामिल कर दिया है।

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, “पंजाब वह धरती है जहाँ मेहनत फलती है और हिम्मत फूलती है। हमारी सरकार हर पंजाबी को रोजगार, सम्मान और समृद्धि देने के लिए प्रतिबद्ध है।” केवल 2025 में ही ₹8,000 करोड़ से अधिक का विदेशी निवेश आया है। De Heus, Amazon, Nissan-Renault, Siemens, PepsiCo जैसी कंपनियों ने राज्य के अलग-अलग हिस्सों में अपने प्लांट्स और प्रोजेक्ट्स शुरू किए हैं, जिनसे हज़ारों लोगों को रोजगार मिल रहा है और स्थानीय अर्थव्यवस्था को नया बल मिल रहा है।

राजपुरा में De Heus का ₹150 करोड़ का पशु आहार प्लांट, मोहाली में Amazon Web Services का ₹7,000 करोड़ का डेटा और AI सेंटर, लुधियाना में Nissan-Renault का ₹500 करोड़ का इलेक्ट्रिक वाहन प्लांट, बठिंडा-फाजिल्का में Siemens Energy का ₹450 करोड़ का सोलर-विंड प्रोजेक्ट, और संगरूर में PepsiCo का ₹150 करोड़ का फूड प्रोसेसिंग प्लांट – ये सभी परियोजनाएँ पंजाब को उद्योग, तकनीक और रोजगार के नए युग में ले जा रही हैं।

इसके साथ ही Nestlé, Hindustan Unilever, Freudenberg, और Cargill जैसी कंपनियाँ भी राज्य में ₹3,000 करोड़ से अधिक का निवेश कर चुकी हैं, जिससे 3,000 से ज़्यादा नौकरियाँ पहले ही सृजित हो चुकी हैं।

इस सफलता के पीछे सरकार की उद्योग-हितैषी नीतियाँ हैं। फास्टट्रैक पंजाब पोर्टल, जो देश का सबसे तेज़ और पारदर्शी सिंगल-विंडो सिस्टम माना जा रहा है, 150 से अधिक सेवाएँ देता है। पंजाब राइट टू बिजनेस एक्ट, सस्ती बिजली, सरल प्रक्रियाएँ और टैक्स में छूट – इन सभी सुविधाओं ने पंजाब को निवेशकों की पहली पसंद बना दिया है।

अब पंजाब सिर्फ खेती में ही नहीं, बल्कि फूड प्रोसेसिंग, ऑटोमोबाइल, टेक्नोलॉजी और रिन्युएबल एनर्जी जैसे क्षेत्रों में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। Freudenberg और Nissan-Renault के ऑटो क्लस्टर, Siemens और AWS के साथ टेक्नोलॉजी-हब, अमृतसर में प्रस्तावित फिल्म सिटी और नई पर्यटन नीति – ये सभी पहल राज्य के बहुआयामी विकास को दर्शाती हैं।

राज्य का GSDP अब ₹8.91 लाख करोड़ तक पहुँच गया है, जो 9% वार्षिक वृद्धि दर को दर्शाता है। सिर्फ 1.5% भूमि होने के बावजूद पंजाब का राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में योगदान लगातार बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री ने आने वाले प्रोग्रेसिव पंजाब इन्वेस्टर्स समिट 2026 (13-15 मार्च, मोहाली) में ₹20,000 करोड़ से अधिक के नए निवेश प्रस्तावों की उम्मीद जताई है।

यह दिखाता है कि पंजाब अब सिर्फ एक राज्य नहीं, बल्कि एक विज़न है – समृद्धि, सम्मान और सतत विकास का। CM भगवंत मान और आम आदमी पार्टी की सरकार ने यह साबित कर दिया है कि जब इरादा साफ़ हो, तो नतीजे ज़मीनी होते हैं। हर युवा को नौकरी, हर किसान को बाज़ार और हर परिवार को खुशहाली देने का जो वादा किया गया था, वह अब साकार होता दिख रहा है।

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