पंजाब आज देश और दुनिया के निवेशकों के लिए एक नई उम्मीद बनकर उभरा है। मुख्यमंत्री भगवंत मान की दूरदर्शी सोच और प्रगतिशील नीतियों के चलते राज्य अब औद्योगिक विकास का नया केंद्र बन चुका है। हाल ही में मुख्यमंत्री ने बेंगलुरु में कई बड़े उद्योगपतियों से मुलाकात की और उन्हें पंजाब में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पंजाब में निवेश करना सिर्फ एक लाभ का सौदा नहीं, बल्कि दीर्घकालिक साझेदारी का अवसर है। उन्होंने निवेशकों को भरोसा दिलाया कि राज्य में सुरक्षा, स्थिरता और सफलता की पूरी गारंटी है। साथ ही, उन्होंने बताया कि पंजाब में आज शांति, भाईचारा और सकारात्मक माहौल है, जो हर निवेशक के लिए आदर्श है।
पंजाब सरकार ने Ease of Doing Business को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। उद्योगों के लिए प्रक्रियाओं को आसान और तेज बनाया गया है। तकनीक आधारित और पारदर्शी शासन ने निवेशकों का विश्वास और बढ़ाया है। नतीजतन, अब तक 123 से ज्यादा बड़ी कंपनियों ने पंजाब में ₹1.23 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों को बताया कि पंजाब में कुशल मानव संसाधन, अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर और नवीकरणीय ऊर्जा संसाधन मौजूद हैं, जो हर इंडस्ट्री के लिए बेहतरीन अवसर हैं। चाहे टेक्सटाइल हो, ऑटोमोबाइल, फूड प्रोसेसिंग या IT सेक्टर, पंजाब अब हर क्षेत्र में आगे है। राज्य की युवा शक्ति, आधुनिक सोच और नवाचार की भावना इसे भारत का सबसे गतिशील औद्योगिक हब बना रही है।
मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों को मार्च 2026 में मोहाली में आयोजित होने वाले “प्रगतिशील पंजाब निवेशक सम्मेलन” में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। यह सम्मेलन निवेशकों, नीति निर्माताओं और शोधकर्ताओं को एक मंच पर लाएगा, जिससे पंजाब के औद्योगिक विकास को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया जा सके।
बीते तीन साल में पंजाब ने फूड प्रोसेसिंग, टेक्सटाइल, ऑटो कंपोनेंट्स, साइकिल निर्माण, टूरिज्म और IT जैसे क्षेत्रों में जबरदस्त प्रगति की है। इससे न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिला है, बल्कि लाखों नई नौकरियाँ भी पैदा हुई हैं। अनुमान है कि ₹1.23 लाख करोड़ के निवेश से लगभग 4.7 लाख नई नौकरियाँ बनेंगी, जो ‘रोज़गारयुक्त पंजाब’ के मुख्यमंत्री मान के विज़न को साकार करने का बड़ा कदम है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि राज्य केवल निवेश को बढ़ावा नहीं देता, बल्कि निवेशकों के साथ साझेदारी को भी गंभीरता से निभाता है। उनका कहना है, “हम चाहते हैं कि निवेशक पंजाब को सिर्फ व्यवसाय की भूमि न देखें, बल्कि विश्वास और विकास की भूमि के रूप में देखें।”
पंजाब अब केवल खेती और हरियाली के लिए ही नहीं, बल्कि औद्योगिक उत्कृष्टता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए भी जाना जाएगा। सरकार के लगातार प्रयासों से राज्य का औद्योगिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है, और आने वाले वर्षों में यह पूरे भारत के लिए विकास का मॉडल बन सकता है।