पंजाब के लिए आज का दिन ऐतिहासिक रहा। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सरकार ने यह साबित कर दिया है कि पंजाब सिर्फ खेती, किसानी और बहादुरी में ही नहीं, बल्कि डिजिटल इंडिया की दौड़ में भी सबसे आगे है। राज्य ने डेटा टेक्नोलॉजी अवार्ड 2025 जीतकर पूरे देश में एक नई मिसाल कायम की है।
यह अवार्ड पंजाब सरकार को डेटा एनालिटिक्स की कैटेगरी में मिला है। इसका मतलब है कि अब पंजाब में फैसले सिर्फ अंदाज़ों से नहीं, बल्कि सही आंकड़ों के आधार पर लिए जा रहे हैं। यह बदलाव हर नागरिक की जिंदगी को आसान और बेहतर बना रहा है।
कहाँ और किसे मिला यह अवार्ड
यह नेशनल अवार्ड इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप द्वारा जयपुर (राजस्थान) में आयोजित एक बड़े समारोह में दिया गया।
पंजाब सरकार की ओर से यह सम्मान डी.के. तिवारी, अतिरिक्त मुख्य सचिव (सुशासन एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग) ने प्राप्त किया।
अमन अरोड़ा का बयान
सुशासन और सूचना तकनीक मंत्री अमन अरोड़ा ने इसे पूरे राज्य के लिए गर्व का पल बताया। उन्होंने कहा,
“यह अवार्ड मान सरकार की दूरदर्शी सोच और पारदर्शी गवर्नेंस का प्रमाण है। हमारी कोशिश है कि टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर हर नागरिक तक तेज़, ईमानदार और जवाबदेह सेवाएँ पहुंचाई जाएं।”
उन्होंने आगे कहा कि डेटा एनालिटिक्स आधुनिक शासन में गेम-चेंजर है, जो फैसलों को सही दिशा में ले जाने में मदद करता है।
क्या है डेटा एनालिटिक्स और कैसे बदल रहा पंजाब
पहले सरकारी फैसले अक्सर अंदाज़ों या पुराने आंकड़ों पर लिए जाते थे। अब टेक्नोलॉजी की मदद से सरकार को रियल टाइम डेटा मिलता है।
इससे यह तय करना आसान हो गया है कि –
- किस गाँव को डॉक्टर चाहिए,
- किस शहर में सड़क की ज़रूरत है,
- किस किसान को किस तरह की मदद चाहिए।
इससे सरकारी सेवाओं की डिलीवरी फास्ट और सही हो गई है।
लोगों को घर बैठे मिल रही सुविधाएँ
मान सरकार के इस डिजिटल सिस्टम से अब नागरिकों को बार-बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते।
- कई जरूरी सेवाएँ ऑनलाइन उपलब्ध हैं।
- लोग घर बैठे ही अपना काम कर पा रहे हैं।
- इससे समय और मेहनत दोनों की बचत हो रही है।
यह सिर्फ सुविधा नहीं, बल्कि सम्मान है जो सरकार अपने नागरिकों को दे रही है।
पारदर्शिता और जवाबदेही में बढ़ोतरी
इस डिजिटल सिस्टम का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अब हर नागरिक देख सकता है कि उसका टैक्स का पैसा कहाँ और कैसे खर्च हो रहा है।
- इससे सरकार और जनता के बीच भरोसा बढ़ा है।
- भ्रष्टाचार कम हुआ है।
- गवर्नेंस ज्यादा पारदर्शी और जवाबदेह हो गई है।
मुख्यमंत्री मान का विज़न – रंगला पंजाब
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का सपना है कि पंजाब में ऐसा शासन हो जिसमें –
- पारदर्शिता हो,
- ईमानदारी हो,
- तेज़ी से काम हो।
यह अवार्ड इसी सपने को सच करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
मान सरकार की ये कोशिशें “रंगला पंजाब” यानी खुशहाल, समृद्ध और डिजिटल पंजाब की ओर बढ़ते कदमों का प्रमाण हैं।
अवार्ड का महत्व
यह नेशनल अवार्ड सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि भरोसे का प्रतीक है।
- यह दिखाता है कि पंजाब सरकार टेक्नोलॉजी को सही मायने में जनता की सेवा में इस्तेमाल कर रही है।
- यह राज्य के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन का एक बड़ा मील का पत्थर है।
- इससे पूरे देश को संदेश गया है कि पंजाब डिजिटल सुशासन (Digital Governance) में भी एक लीडर बन रहा है।
यह जीत पंजाब के हर उस नागरिक की जीत है, जो बदलाव और अच्छे शासन की उम्मीद रखता है।
अब पंजाब की मिट्टी सिर्फ रंगों से नहीं, बल्कि डिजिटल रोशनी से भी जगमगाएगी।
“रंगला पंजाब” का सपना धीरे-धीरे हकीकत बन रहा है, जहाँ हर फैसले में डेटा की ताकत और हर काम में पारदर्शिता होगी।